उपेन्द्र तिवारी
बलिया - सरकार के मनसा अनुरूप प्राथमिक विद्यालयों को दुरुस्त करने और कायाकल्प के तहत बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने की योजना भले ही पुरजोर तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है लेकिन आज जो हम आपको नजारा दिखाएंगे उस नजारे को देखकर आप चौक जायेंगे। बल्कि बच्चों को भेजने वाले अभिभावक भी डर जाएंगे मामला मनियर ब्लाक के बिजलीपुर गांव का है । वही बिजलीपुर प्राथमिक विद्यालय का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और इसी जर्जर भवन के नीचे बैठते हैं मासूम बच्चे इस मामले पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि विद्यालय की दीवारें और छत पूरी तरह से टूट चुकी है हालत काफी खराब है बच्चे विद्यालय में जाने से डरते हैं नतीजन विद्यालय में संख्या दिन पर दिन कम हो रही है। पहले लगभग 150 बच्चे हुआ करते थे अब 70-75 ही बच्चे है। अब तक कायाकल्प के तहत विद्यालय में कार्य भी नही हुआ है। इसकी जानकारी विभाग को भी दी गयी है लेकिन विभाग की लापरवाही है जो कार्य नही हो रहा, यही नही बरसात के दिनों में महीनों तक विद्यालय बन्द रहता है। उस समय हालात बद से बत्तर हो जाती हैं।
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