बलिया - बलिया में आयुष्मान भारत के तहत हेल्थ वेलनेस सेंटर के खुलने से लोगों को काफी राहत मिल रही है। जी हां आयुषमान भारत के तहत हेल्थ वेलनेस पचखोरा में सुचारू रूप से चल रहा है।इसके खुलने के बाद लोगो एक बड़ी राहत मिली है। जिससे दूर दराज लोगो को जाने में।काफी कठिनाईयां हो रही थी लेकिन हेल्थ वेलनेस के खुल जाने से अब लोगो गांवो में दवा आसानी से मिल जा रही है।और जांच के लिए कही दूर नही जाना पड़ रहा है।इस सेंटर पर सभी 58 प्रकार की दवाएं और 14 प्रकार के जांच की सरकार के द्वारा व्यवस्था दी जा रही है।वही दीपिका पंत सीएचओ ने बताया कि हमारे पास 58 प्रकार की दवाएं होनी चाहिए लेकिन अभी हमारे पास 35 प्रकार की दवाएं मौजूद है और टेस्ट की बात करें तो 14 प्रकार की होनी चाहिए अभी 12 प्रकार की टेस्ट है।जब हम लोग इनडेंट करते है तो बीयर हाउस पर कुछ दवाएं नही होती है जितनी बीयर हाउस से मिलती है हमलोग उतनी दवाएं लाती है।इस समय फीवर और कफ के आते है।उनका कफ के सैंपल को सिएचसी के लिए भेज देते है की।अगर पॉजिटिव आयेगा तो यही से हमलोग छः महीने की दवा देते है।यहां पर हमलोग दवा के साथ साथ आहार पोट्री भी देते है और सरकार के द्वारा उनके एकाउंट में पांच पांच सौ रुपए उनके खाते भेजे जाते है। हालांकि सीएमओ विजयपत्ती द्विवेदी ने बताया की बलिया की आबादी लगभग चालीस लाख के पास है उन्ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के लिए हर पांच हजार की आबादी पर सीएचओ की तैनाती की गई है जिनको पैतीस हजार रूपये प्रतिमाह प्रोवाइड कर रह है।इसका उद्देश्य क्या है और कैसे ग्रामीण लोगो की सेवा मिलेंगी हर पांच हजार की आबादी पर एक हेल्थ वेलनेस सेंटर है जिसमे एक फ्रिज है,एक लैपटाप है , ब्लड प्रेसर की मशीन है थर्मा मीटर है , वेट की मशीन है और चौदह प्रकार की सामान्य जांच है जो ग्रामीणों को वही उपलब्ध हो जाय।जिसमे से 11,12, हमेशा ही उपलब्ध है 58 प्रकार की ऐसी दवा जो 70 80 प्रतिशत लोगो के काम में आती है किसी को बुखार हो जाए, किसी को दर्द हो जाए, डायरिया हो जाए,यह 58 प्रकार की दवाएं है जो प्राइमरी स्टेज में हो जाए।और हमारे सभी सेंटरो पर सभी चौदह प्रकार की जांच मौजूद है।
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