प्रतिवेन्द्र तिवारी
रेवती। स्थानीय सीएचसी का सर्वविदित "ठेले पर मरीज" प्रकरण से सम्बंधित मरीज के पिता की मौत घटना के चौथे दिन सोमवार को ह्रदय गति रूकने के कारण हो गयी। जबकि मरीज अभी वाराणसी अस्पताल में जीवन-मौत के बीच जूझ रहा है।की बीते शुक्रवार को तेज बुखार तथा सिर दर्द से पीड़ीत जनपद बलिया के बांसडीह तहसील अन्तर्गत नगर रेवती के वार्ड नं 10 निवासी जितेन्द्र तुरहा को परिजन एम्बुलेंस से लेकर सीएचसी रेवती गये। जहां प्राथमिक उपचार के पश्चात चिकित्सकों द्वारा जितेन्द्र को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया था। रेफर करने के बाद करीब डेढ़ घण्टे तक एम्बुलेंस नहीं मिलने पर परिजन मरीज को ठेले से बलिया लेकर चल दिये थे।इस प्रकरण को लेकर सीएचसी रेवती पर सीएचसी स्टाफ एवं ग्रामीणों द्वारा एक दूसरे के विरोध में धरना प्रदर्शन भी किया गया था। जिसको संज्ञान में लेते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रकरण की जांच तथा दोषियों के विरुद्ध करने का आदेश सीएमओ बलिया को दिया था।बताया जाता है कि घटना दिन ही जितेन्द्र के पिता 65 वर्षीय शिव जी तुरहा को माइनर हार्ट अटैक आया था। जिसकी दवा चल रही थी। एक मात्र पुत्र के वाराणसी अस्पताल में जीवन-मृत्यु के बीच जंग का प्रभाव पिता शिव जी के उपर इतना पड़ा कि सोमवार की सुबह उनको मेजर हार्ट अटैक पड़ा।जिसकी वजह से शिव जी की मृत्यु हो गयी।
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