बलिया - सिकन्दरपुर तहसील अंतर्गत कस्बा के डाकबंगला निवासी अनिल राजभर 29 वर्ष पुत्र स्वर्गीय महेश राजभर का शव बुधवार की दोपहर जैसे ही घर पहुंचा पूरे परिवार में कोहराम मच गया घर की महिलाएं दहाड़ मार कर रोने लगी यह देख लोगों की आंखों से आंसू आ जा रहे थे। बदहवास स्थिति में मृतक की पत्नी मिली जानकारी के अनुसार अनिल राजभर अपने चार साथियों मुन्ना बारी अरविंद राजभर गुड्डू राजभर धन्नू गोंड़ के साथ भोपाल में पारले एग्रो में मजदूरी का काम करने के लिए विगत अप्रैल माह में ही गया हुआ था पांचों हंसी खुशी काम करते थे।लेकिन बीते रविवार की शाम को अनिल राजभर घायल अवस्था में अपने कमरे पर पड़ा हुआ था जब धन्नू गोंड़ कमरे पर पहुंचा तो अनिल राजभर ने बताया कि अरविंद राजभर व मुन्ना बारी ने हम को मारपीट कर घायल किया है।यह देख धन्नू गोंड़ का होश उड़ गया वह अपने दोस्त तथा अनिल के परिवार को इसकी जानकारी दिया तथा उसे घायलवस्था में अस्पताल ले जा रहा था इसी दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।जैसे ही घटना की जानकारी मृतक के घर पहुंची पूरा परिवार घटना से हतप्रभ हो गया।कागजी कार्रवाई करने के बाद बुधवार की दोपहर मृतक का शव जैसे ही घर पहुंचा मृतक की पत्नी सुनीता देवी व माता गीता देवी का बुरा हाल हो गया दोनों दहाड़े मार कर रो रही थी मृतक की डेढ़ वर्षीय पुत्री नैना यह देख रही थी और सब से यही पूछ रही थी कि मेरे पापा को क्या हुआ है यह देख लोगों की आंखों से आंसू छलक जा रहे थे।मृतक के भाई ने बताया है कि उसके भाई को पेट में धारदार हथियार से मारा गया है जिससे यह प्रतीत होता है कि मेरे भाई को चाकू मारा गया है।वही परिजनों का आरोप है ( धनु गौड़ के कहे अनुसार) कि मृतक अपने कमरे में घायल अवस्था में घंटों से पढ़ा रहा परंतु गुड्डू राजभर उसे अस्पताल नहीं ले गए, शाम को धनु गोंड़ जब मार्केट से आया तो उसे घायल अवस्था में देख कर भौंचक्का रह गया तथा आनन-फानन में एंबुलेंस बुला कर अस्पताल ले जा रहा था कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।बुधवार की शाम को मृतक अनिल राजभर के शव का कठौड़ा स्थित सरयू नदी के तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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